स्वतंत्रता और स्वाधीनता के समर्थन में
पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही मंचों पर स्वतंत्रता और स्वाधीनता, समता और समानता और विश्वबंधुत्व का पक्षधर रहा है। ९ अगस्त , २०२० के वेबिनार का यह एक निमंत्रण-
सहयोग और समर्थन //९ अगस्त , २०२०
आज़ाद तिब्बत/ आज़ाद सिंकियांग/ हांगकांग को विशेष दर्ज़ा
९ अगस्त , २०२० के वेबिनार का निमंत्रण
१९५१ में चीन ने तिब्बत को किस तरह हड़पा, १९५९ में दलाई लामा को किस तरह निर्वासित होकर भारत में शरण लेनी पडी, यह बात किसी से छिपी नहीं है। तिब्बत के लोगों पर आज भी जो अत्याचार हो रहे हैं, वे अकथनीय हैं। उनकी एक बड़ी आबादी को चीन के दूसरे हिस्सों में निर्वासित करके तिब्बत की जनसांख्यिकी ही बदल दी गयी है। कोशिश यह है कि तिब्बत के लोग अब सपने में भी न सोचें कि वे आज़ाद हो सकते हैं।
वही हाल सिंकियांग का है। उइगर सम्प्रभुता के इस राज्य पर १८ वीं सदी में चीन का कब्ज़ा हो गया था। १९४९ में उइगरों ने चीनी कब्जे से मुक्त होकर अपना आज़ाद राज्य बनाया लेकिन उनकी आज़ादी देर तक सुरक्षित नहीं रह सकी। चीन ने सिंकियांग पर फिर कब्ज़ा कर लिया। वहां भी जनसांख्यिकी बदलने के तेज प्रयास किये जा रहे हैं। १० लाख से अधिक लोगों को यातना शिविरों में डाल दिया गया है। सिंकियांग में धर्म के अनुपालन पर भी भीषण पाबंदी लगाई गयी है।
हांगकांग के विशेष दर्ज़े को भी जिस तरह ख़त्म करने की कोशिश की जा रही है, वह किसी से छिपी नहीं है।
दुनिया भर के स्वातंत्र्य चेतना के लोग तिब्बत की आज़ादी का समर्थन करते रहे।भारत में इस समर्थन की कमान समाजवादियों ने संभाल रखी थी। समाजवादी आंदोलन के कमज़ोर पड़ने के बाद समर्थन की यह मुहिम वैश्विक स्तर पर भी कमज़ोर पडी है। और तिब्बत के लोगों का निराश्रित होना भी बढ़ा है। वक्त का तकाजा है कि इस समर्थन को फिर मज़बूत किया जाये। सिंकियांग के मामले को भी उसी रूप में देखने की जरूरत है। हांगकांग का मामला भी इन दोनों मामलों जैसा ही है। वहां के लोग चीन के अधिकार वाद से मुक्त रहना चाहते हैं।
चीनी सामानों का बहिष्कार और आत्मनिर्भर भारत भी सम्मेलन का थीम वाक्य होगा।
पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान की संकल्पना है कि स्वातंत्रय चेतना के लोग तीनों ही मुद्दों पर एकजुट हों, और तिब्बत, सिंकियांग और हांगकांग के लोगों की आज़ादी के सपने को साकार करने की दिशा में काम करें। इस विचार को मुहिम बनाने और समान सोच के लोगों को एकजुट करने के लिए ९ अगस्त, २०२० को पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान द्वारा एक वेब आधारित विचार सभा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सम्मिलित होने के लिए आप सभी आमंत्रित हैं।
कोशिश होगी कि तिब्बत और सिंकियांग की आज़ादी की मुहिम चला रहे प्रतिनिधि भी वेबनार को सम्बोधित करें।